फैजाबाद में एक बहू अपनी 4 वर्षीय बेटी के साथ अपने हक के लिए ससुराल में घर के सामने धरने पर बैठ गई है।बहू के धरने के बाद ससुराल वाले घर में ताला बंद कर फरार हो गए हैं। कोर्ट का स्पष्ट आदेश है कि पीड़िता को घर में जगह दी जाए और गुजारा भत्ता दिया जाए। धरने के 5 दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करवा पा रही है और अब पीड़िता से ही कह रही है कि ताला तोड़ने का कोर्ट से नया आदेश लाए। आज बहू के समर्थन में दर्जनों महिलाएं पहुंचकर ससुराल में प्रदर्शन किया।मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता का आश्वासन दिया कि जल्द ही कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया जाएगा।
मामला कोतवाली बीकापुर के कोछा बाजार का है जहां पर सोनम अग्रहरि अपने ससुराल में हक पाने के लिए पिछले 3 साल से कोर्ट का चक्कर लगा रही थी और अब जब कोर्ट का आदेश उसके पक्ष में आया तो ससुराल वालों ने घर में रखने से इंकार कर दिया। अपने हक को पाने के लिए सोनम अपनी 4 वर्षीय बेटी के साथ घर के बाहर धरने पर बैठ गई है।धरने पर बैठते ही ससुराल वाले घर में ताला बंद कर फरार हो गए।5 दिन बीत गए हैं लेकिन पुलिस अभी तक कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करवा पा रही है। मौके पर पहुंची दर्जनों महिलाओं ने सोनम अग्रहरि के समर्थन में प्रदर्शन किया और पुलिस से मांग की कि जल्द ही सोनम अग्रहरि को उसका हक दिलाया जाए। मौके पर पहुंचे सीओ बीकापुर अरविंद चौरसिया ने पीड़िता से नया आदेश लाने को कहा।
सीओ ने कहा कि न्यायालय से दूसरा आदेश लाए ताकि वह घर का ताला तोड़ सके। पुलिस के पास ये हक नहीं है कि वह किसी का ताला तोड़कर घर में रहने का फरमान सुनाएं।अब यह पुलिस को कौन समझाए कि ससुराल वाले फरार हैं तो उनकी गिरफ्तारी के लिए या उनको ढूंढने के लिए प्रयास क्यों नहीं कर रही है। आखिर पीड़िता से ही क्यों कोर्ट का आदेश मांगा जा रहा है।बरसात के मौसम में पीड़ित बहू अपनी 4 वर्षीय बेटी के साथ घर के बाहर धरने पर बैठी है लेकिन पुलिस उसके ससुराल वालों को ढूंढने के बजाय घर का ताला तोड़ने के लिए कोर्ट का नया आदेश मांग रही है।