मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे कोरोना वारियर्स (पुलिस, डॉक्टर, सफाईकर्मी, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ) की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फैसला किया है। अब यूपी में कोरोना वारियर्स पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने एक नया अध्यादेश लाने की तैयारी कर ली है। इस अध्यादेश से एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून), 1897 में बदलाव कर दण्ड को और सख्त किया जाएगा। उपचार तंत्र को और मजबूत बनाते हुए सीएम योगी ने कोविड उपचार के लिए 52 हजार नए बेड बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसके लिए चिकित्सा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है।
बुधवार को यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में लॉकडाउन के स्थिति की समीक्षा किया। जिसमें लॉकडाउन का गंभीरता से कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। योगी के निर्देश पर एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून), 1897 में बदलाव करने के लिए नया अध्यादेश लाने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि नए अध्यादेश से कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा में मजबूती होगी साथ ही उनका मनोबल भी बढ़ेगा।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रयागराज में शिक्षारत 15 हजार छात्रों को उनके गृह जनपदों तक पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बुधवार शाम तक 351 बसों से छात्रों को रवाना कर दिया गया। हर बस में 30 छात्रों को रखा जा रहा है। इस तरह अबतक 10 हजार से अधिक शिक्षार्थी अपने गृह जनपद पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि इन 351 बसों के अतिरिक्त 150 और बसों को इस कार्य में लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया है, इसके बाद भी इनके गृह जनपद पर भी छात्रों का मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन की समीक्षा की। रेड जोन को ऑरेंज जोन में, ऑरेंज जोन को ग्रीन जोन में परिवर्तित करने के लिए हर जरूरी कार्रवाई करने का आदेश दिया। ग्रीन और ऑरेंज जोन में विभिन्न गतिविधियां शुरू करने के लिए कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है।
साथ ही उन्होंने से यह भी कहा तीन मई के बाद औद्योगिक इकाइयों को कैसे चलाया जाए, इस पर कार्ययोजना बनाएं।जोन की व्यवस्था इस प्रकार है। रेड जोन इनमें वे जिले आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट हैं और जिसमें इस महामारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें वे जिले भी आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण के दोगुने होने की रफ्तार चार दिनों से कम है। ऑरेंज जोन इसमें वे जिले आते हैं जिनमें पिछले 14 दिनों में कोरोना संक्रमण का कोई मामला न रिपोर्ट हुआ हो।ग्रीन जोन इसमें वे जिले आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण का अब तक कोई मामला न आया हो या पिछले 28 दिनों के दौरान कोरोना संक्रमण का कोई नया केस न आया हो।