नितिन उपाध्याय/रवि..कश्मीर को अलग करने के लिए कांग्रेस पार्टी चाहे कितना भी षड़यंत्र कर ले लेकिन वो कश्मीर को भारत से अलग नहीं कर सकती ये हमारा प्रण है।भाजपा ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया है और कश्मीर में सरकार भी गिर गई है यह सब बताता है कि भाजपा को सत्ता से प्यार नहीं वरन् कश्मीर की चिंता है।उक्त बातें भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए कही।
जम्मू में जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर तीखा हमला बोला। शाह ने कांग्रेस पार्टी से पूछा कि बताएं कि लश्कर और कांग्रेस पार्टी में क्या संबंध है क्योंकि वरिष्ट कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद का बयान आने के बाद लशकर तुरंत समर्थन देने लग जाते है।अमित शाह ने राहुल गांधी से पूछा कि दोनों के बीच क्या फ्रिक्वेंसी मैच कर रही है।आप सभी देश को भी बताएं।
शाह ने राहुल पर कश्मीर वाले बयान को लेकर करारा हमला बोला और कहा कि यदि थोड़ी सी भी शर्म है तो वह दोनों नेताओं के बयान पर माफी मांगे और कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि वह ऐसा नहीं करेंगे।अमत शाह ने संबोधन करते हुए कहा कि हमने समर्थन वापस ले लिया है और सरकार भी गिर गयी है यह सब दिखाता है कि भाजपा पार्टी जम्मू कश्मीर के विकास को लेकर कितना चिंतित है।शाह ने कहा कि पाक शरणार्थियों के लिए दिए गए 15 हजार करोड़ रूपये अभी तक खर्च नहीं हुए और कहा कि हम जल्द दी पाक शरणार्थियों को यह मुआवजा पहुँचाएंगे।हालांकि कश्मीर में अब राज्यपाल शासन लग चुका है।