![जोड़ना बसपा का स्वभाव है- सतीश चंद मिश्र](https://namamibharat.com/wp-content/uploads/2020/11/satish-mishra-bsp-795x385.jpg)
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र सोमवार को अल्पसंख्यक समाज से मुखातिब थे। मौका सदस्यता अभियान का था। जुटान लखनऊ में था। कार्यक्रम सतीश चंद्र मिश्र की अगुवाई में हो रहा था।
बसपा सुप्रीमो ने उन्हें सर्व समाज को जोड़ने का काम सौंप रखा है। उसके तहत कोई 5000 मुस्लिम समाज के लोग बसपा में शामिल हुए। समुदाय के लोगों ने ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ में विश्वास जताते हुए, बसपा को दोबरा वापस लाना का संकल्प दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सतीश चंद मिश्र ने कहा कि सर्व समाज को एक साथ लेकर चलना बसपा का स्वभाव है। उसके शासन काल में समाज का हर समुदाय खुद को सुरक्षित महसूस करता था। अल्पसंख्यक समुदाय में भी भय का माहौल नहीं था। उनके मुताबिक बसपा के दौर में अगर कुछ था वह कानून का शासन था। न्याय सबके लिए सुलभ था। विकास बसपा सरकार का मूलमंत्र था।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार का मूल मंत्र उत्पीड़न है। लोगों को लक्षित करके परेशान किया जा रहा है। वे आगे बोले कि इस तरह की निकम्मी सरकार को सबक सीखने के दिए सर्व समाज को एकजुट होना होगा।
इस कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के अगुवा के अलावा बसपा के कद्दावर नेता और सतीश चंद्र मिश्र के विश्वस्त सहयोगी नकुल दुबे , पूर्व राज्य मंत्री अनीस मंसूरी साहब व वसीम राइनी समेत पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।