लखनऊ, 10 मई। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय ‘सी.एम.एस. विजन-2025 कान्फ्रेन्स’ आज सम्पन्न हो गई। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में सी.एम.एस. शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं ने शिक्षा में नई चुनौतियों एवं आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षण पद्धति में रचनात्मक बदलाव पर गहन चर्चा-परिचर्चा की, जिससे कि भावी पीढ़ी का जीवन मूल्यों व उच्च चारित्रिक गुणों से युक्त आदर्श विश्व नागरिक के रूप में विकास किया जा सके। सम्मेलन में शिक्षा पद्धति के 6 पहलुओं पर विशेष रूप से चर्चा हुई, जिनमें कैरेक्टर बिल्डिंग, क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी, ग्लोबल सिटीजनशिप, कम्युनिकेशन एवं कोलाबरेशन प्रमुख हैं। इसके अलावा, शिक्षाविद्ो ने शिक्षा पद्धति में रचनात्मक बदलाव, शिक्षकों के व्यावसायिक कौशल विकास, मूल्यांकन पद्धति में सुधार और वैश्विक नागरिकता शिक्षा आदि विषयों पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा कर सुझाव प्रस्तुत किये, जो कि देश की नई शिक्षा नीति में महत्वपूर्ण रूप से शामिल हैं। परिचर्चा में अभिभावकों से मिले महत्वपूर्ण सुझावों को भी शामिल किया गया।
सम्मेलन के समापन अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि विजन बिल्डिंग में शिक्षकों की राय का विशेष महत्व है क्योंकि शिक्षक समाज में बदलाव के वास्तविक उत्प्रेरक हैं। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट एवं एम.डी. प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने सामाजिक विकास में शिक्षकों की भूमिका प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें वर्तमान समय के अनुरूप एक नई शिक्षा पद्धति को अपनाने की आवश्यकता है जिससे कि प्रत्येक छात्र की सीखने की क्षमता को बढ़ाया जा सके। सम्मेलन की संयोजिका एवं सी.एम.एस. जॉपलिंग रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती शिप्रा उपाध्याय ने सभी शिक्षकों व शिक्षाविद्ों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मेलन भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास में निश्चित रूप से मील का पत्थर साबित होगा।