लखनऊ, दिनांकः 09 अप्रैल, 2021 रबी खरीद वर्ष 2021-22 के तहत प्रदेश में स्थापित 5368 गेहूँ क्रय केन्द्रों के माध्यम से, अब तक 46776 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की गयी है। इसके एवज में 8388 किसानों को लाभान्वित किया गया है। किसानों के खातों में लगभग 4.775 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है।
खाद्य एवं रसद विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 18372.77 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद हुई है। गेहूँ खरीद केन्द्रों पर किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा-पूरा ध्यान रखते हुए खरीद की जा रही है।
रबी फसल MSP 2020-21 में वृद्धि को मंजूरी दी है | लोग अब सभी अनिवार्य रबी फसलों 2020-21 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की जांच कर सकते हैं जिन्हें 2021-22 में विपणन किया जाना है | अब रबी फसल MSP 2020-2021 को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप बढ़ाया गया है |
MSP में उच्चतम वृद्धि मसूर (300 रुपये प्रति क्विंटल) और उसके बाद चना और रेपसीड और सरसों (225 रुपये प्रति क्विंटल प्रत्येक) और कुसुम (112 रुपये प्रति क्विंटल) की घोषणा की गई है | जौ और गेहूं के लिए, क्रमशः 75 रुपये और 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की गई है | विभेदक पारिश्रमिक का उद्देश्य फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करना है |
रबी फसलों को सर्दियों में उगाया जाता है और वसंत में काटा जाता है | रबी विपणन सीजन (RMS) 20-20-22 में विपणन की जाने वाली फसलों के लिए नई रबी फसल एमएसपी 2020-21 लागू होगी |
MSP की यह नई नीति लाभ के मार्जिन के रूप में न्यूनतम 50% का आश्वासन देगी | रबी फसलों में वृद्धि MSP 2020-21 2022 तक किसान की आय दोगुनी करने और उनके कल्याण में सुधार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है | यहां हम आपको रबी फसल 2020-21 न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्दिष्ट करने वाली पूरी तालिका प्रदान कर रहे हैं |