संतोषसिंह नेगी /भारत सरकार की महत्वाकांक्षी प्रसाद योजना के तहत बदरीनाथ धाम में सौन्दर्यीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। इसके अन्तर्गत आस्था पथ, तप्त कुंड, नारद कुंड व शेष नेत्र झील का सौन्दर्यीकरण, सोलेड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, पार्किंग के साथ ही एलईडी लाइटिंग से धाम को रोशन करने का कार्य किया जाएगा, ताकि बद्रीनाथ धाम में यात्रा को समुचित सुविधा मिल सके।
बुधवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कार्यदायी संस्था एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ प्रसाद योजना के तहत धाम में संचालित कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने योजना के तहत स्वीकृत छोटे-छोटे कार्यो को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोलर स्टीट लाईट, एलईडी लाइट लगाने एवं तप्त कुंड, नारद कुंड व शेषनेत्र झील का सौन्दर्यीकरण तथा स्वच्छता के लिए सोलिड वेस्ट मैंनेजमेंट प्लांट के तहत किए जाने वाले कार्यो को शीघ्र पूरा करते हुए धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। वही प्रस्तावित आस्था पथ निमार्ण के पूरे मैप को रिडिजाइन करने को भी कहा। प्रसाद योजना के तहत धाम में संचालित कार्यो की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को जमकर फटकार भी लगाई। कहा कि योजना के तहत छोटे-छोटे कार्यो को शीघ्र पूरा करना सुनश्चित करें।
प्रसाद योजना के तहत कार्यदायी संस्था एनपीसीसी के द्वारा सप्तशाही बिल्डर एंड डेवलपमेंन्ट कंपनी, बरेली के माध्यम से बद्रीनाथ में 40 करोड़ की लागत से आस्था पथ, तप्त कुंड, नारद कुंड, शेष नेत्र झील के सौन्दर्यीकरण के साथ ही 1560 एलईडी लाईट लगाया जाना प्रस्तावित है। आस्था पथ पर टिनशैड, श्रद्वालुओं के विश्राम की व्यवस्था, फिल्टर वाटर, शौचालय की समुचित व्यवस्था की जानी है। वही स्वच्छता के दृष्टिगत सोलिड वेस्ट मैंनेजमेंन्ट प्लांट, पार्किग स्थल एवं 500 डस्टबिन आदि व्यवस्थाएं भी की जानी है।
बद्रीनाथ मंदिर में सभी श्रद्वालुओं को अच्छे से दर्शन हो सके इसके लिए जिलाधिकारी ने मंदिर समिति के साथ श्रद्वालुओं की सुव्यस्थित ढंग से लाईन में दर्शन कराने का निर्णय भी लिया गया। इसके तहत मंदिर में चढाये जाने वाले प्रसाद को सिंहद्वार के पास ही चढाया जाएगा ताकि मंदिर के भीतर तक प्रसाद ले जाने से श्रद्वालुओं को असुविधा न हो। जिलाधिकारी ने कहा कि इस व्यवस्था को फिलहाल कुछ दिनों तक ट्रायल किया जाएगा और इसके सही परिणाम मिलने पर यात्रा के पीक सीजन में इसको लागू किया जाएगा। वही मंदिर में सभामंडप द्वार से भी श्रद्वालुओं को अच्छे से दर्शन हो सके इसके लिए द्वार पर रैम्प बनाने का निर्णय भी लिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने श्रद्वालुओं की लाईन में खडे होने हेतु बने टिनशैड का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इस पथ पर श्रद्वालुओं को विश्राम करने, पेयजल, शौलचालय तथा साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था रखने को कहा। पथ में साफ-सफाई के लिए मंदिर समिति को नगर पंचायत से समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा।
वही दूसरी ओर ग्राम पंचायत माणा को हैरीटेज विलेज के रूप में बनाने की कवायत भी शुरू हो गई है। माणा में सीमांत क्षेत्र विकास निधि एवं स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत 4 करोड़ की लागत से ओडिटोरियम, म्यूजियम, एम्पीथियेटर तथा पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। वही माणा गांव, भीमपुल एवं आसपास के क्षेत्र में सौन्दर्यीकरण का कार्य भी किया जाएगा। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने आला अधिकारियों के साथ माणा पहुॅच कर कार्यदायी संस्था के साथ प्रस्तावित निर्माण कार्यो के नक्शे के संबध विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने माणा में गांव के लोगों के साथ बैठक करते हुए प्रस्तावित निर्माण कार्यो के संबध में उनके सुझाव भी लिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से माणा को हैरीटेज विलेज बनाने के लिए सभी घरों को एक कलर स्कीम रखते हुए माणा में होम स्टे संचालन पर भी जोर दिया। कहा कि हर साल यहाॅ लाखों पर्यटक पहुॅचते है। यहाॅ आने वाले पर्यटकों को हैरिटैज विलजे की झलक मिल सके इसके लिए यहाॅ पर ओडिटोरियम, म्यूजियम, एम्पीथियेटर तथा पार्किंग निर्माण कराया जा रहा है। जो लोग वसुधारा, संतोपंथ आदि जगहों पर नही पहुॅच सकते उन्हें माणा में स्थित एम्पीथियेटर में ही पूरी जानकारी मिल पाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से प्रस्तावित कार्यो में सहयोग करने, गांव में स्वच्छता बनाए रखने तथा किसी भी दशा में सरकारी नाप भूमि पर अतिक्रमण न करने की बात भी कही।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने लामबगड़ में नवनिर्मित पुलिस चैकी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के लामबगड में बंद होने की स्थिति में यहाॅ पर यात्रियों के ठहरने एवं भोजन की समुचित व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान उन्होंने एसडीएम व थानाध्यक्ष को चैकी में शीघ्र कंबल, गद्दे, फर्नीचर एवं कैंटीन सुविधाएं संचालित करने के निर्देश भी दिए।
इस दौरान बीकेडीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, संयुक्त मजिस्ट्रेट आंकाक्षा वर्मा, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, एसडीएम अनिल कुमार चनियाल, तहसीलदार चन्द्रशेखर वशिष्ट, डीटीडीओ वृजेन्द्र पांडे, कार्यदायी संस्था सप्तशाही बिल्डर एडं डेवलपमेंन्ट कंपनी के निर्देशक संदीप झांवर आदि मौजूद थे।