लखनऊ, 12 दिसम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) कैम्पस द्वारा एनुअल पैरेन्ट्स डे’ समारोह का भव्य आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में बड़ी धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस भव्य समारोह में रंग-बिरंगी पोशाकों में हँसते-गाते नन्हें-मुन्हें बच्चों ने जीवन का उल्लास बिखरते हुए एक से बढ़कर एक शानदार शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह की खास बात रही कि इसमें छात्रों के माता-पिता के साथ ही उनके दादा-दादी व नाना-नानी को भी विशेष रूप से आमन्त्रित किया गया था, जिन्होंने बड़ी संख्या में पधारकर नन्हें-मुन्हें छात्रों की हौसलाअफजाई की। इस शानदार समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि जीवन मूल्यों व संस्कारोंसे ओतप्रोत ये नन्हें बच्चे ही भविष्य के सुखमय समाज की नींव रखेंगे।
इससे पहले, समारोह की मुख्य अतिथि सुश्री अलकनंदा दयाल, आई.ए.एस., सचिव, वित्त,उ.प्र. ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सुश्री दयाल ने छात्रों की प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के समारोह बच्चों की सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जहाँ उन्हें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। सुश्री दयाल ने कहा कि ‘परिवार’ समाज की बेहद महत्वपूर्ण इकाई है, परिवार से ही समाज बनता है और समाज से देश। ऐसे में, बच्चों को अच्छा संसार देने की शुरूआत घर-परिवार से करनी चाहिए ताकि उनमें सद्गुणों का विकास हो सके और आने वाली पीढ़ियों को सुख, समृद्धि व सद्भाव का वातावरण मिले।
समारोह का शुभारम्भ विश्व शान्ति एवं ईश्वरीय एकता का सन्देश देती ‘सर्व-धर्म एवं विश्व शान्ति प्रार्थना’ से हुआ, जिसके माध्यम से विद्यालय के छात्रों ने सभी के हृदयों को प्रभु प्रेम से सराबोर कर दिया। विभिन्न प्रकार के लोकगीत, गीत-संगीत, एरोबिक्स, लघु नाटिका आदि की शानदार प्रस्तुतियों ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया एवं सभी ने छात्रों की प्रतिभा की दिल खोलकर प्रशंसा की। जहाँ एक ओर शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा सी.एम.एस. छात्रों ने विश्व एकता व विश्व शान्ति का जयघोष बड़े ही प्रभावशाली ढंग से किया तो वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड पार्लियामेन्ट की शानदार प्रस्तुति से ‘विश्व समाज’ की अवधारणा को जीवन्त किया।’
इस अवसर पर अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि अनुशासित एवं संस्कारयुक्त वातावरण में पले-बढ़े बालक ही आगे चलकर समाज का मार्गदर्शन कर सकते हैं। डा. गाँधी ने माताओं का आह्वान किया कि बच्चों को नैतिक एवं आध्यात्मिक विकास कर सामाजिक विकास में रचनात्मक भूमिका निभायें। सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती आभा अनन्त ने कहा कि सी.एम.एस. अपने छात्रों को समाज का आदर्श नागरिक एवं विश्व मानवता का सिरमौर बनाने को सतत प्रयासरत है। हमारा प्रयास है कि छात्रों की बहुमुखी प्रतिभा का लगातार विकास हो। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।