ज़ेबा। बटला हाउस जहां एक तरफ एंकाउन्टर की वजह से जाना जाता है। वहीं बटला का बाजार भी किसी भी परिचय का मुहताज नही। इस बाजार में वैसे भी हमेशा भीड़ भाड़ बनी रहती है।लेकिन इस बाजार की रौनक ईद के दौरान देखते ही बनती है। मानो एेसा लगता है जैसे रमज़ान शुरू हुए और बाजार में एक नई जान सी आ गई है। जहां अकसर मार्केट 10बजे रात तक बंद हो जाते है वही रमज़ान में यह देर रात तक खुले रहते हैं। इस मार्केट में सभी प्रकार का सामान उपलब्ध होता है। किसी भी चीज़ के लिए कही बाहर जाने की जरूरत नही होती।
इस मार्केट में खाने के भी बहुत सारे अॉप्शन मौजूद है।
बटला हाउस के ज़ाकिर नगर की जावेद कि निहारी काफी मशहूर है जिसको खाने के लिए नेता से लेकर क्रिकेटर भी आए है। ये निहारी की काफी पुरानी दुकान होने के साथ ही इसकी ये खास बात है कि यह निहारी को शुद्ध देसी घी में बनाते हैं।इसके साथ -साथ शफीक के टिक्के भी काफी फेमस हैं। रमज़ान के दौरान सहरी के लिए स्पेशल नारियल की रोटी भी तैयार की जाती है। अनेक प्रकार की सिवईयाँ भी मार्केट में मौजूद है।
खाने के साथ-साथ यहां के कपड़े भी अपने आप में एक खासी पकड़ बनाए हुए हैं। यहां के कॉटन के कपड़े भी काफी फेमस हैं। फीमेल से लेकर मेल तक के अच्छे कॉटन के कपडे मिलते हैं। मेल के लिए कुर्ते पजामे के काफी अच्छे ऑप्शन मौजूद हैं। ये थी दिल्ली के बटला हाउस से ईद के बाज़ार की छोटी सी झलक। रमज़ान 15 को ख़त्म हो रहा है जिसके बाद ईद मनाई जाएगी उससे पहले ईद के बाजारों की रौनक और बढ़ जाती है।