काले व घने बाल हर किसी की चाहत होती है। लेकिन, प्रदूषण, तनाव और अनियमित दिनचर्या के चलते बालों की समस्याएं आम हो रही हैं। इस समस्या् से निजात पाने के लिए आप तमाम तरह के तरीके अपनाते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आप योग के जरिए अपने बालों को निरोग बना सकते हैं।
योग सिर्फ पूरे शरीर से नहीं बल्कि सिर्फ हाथों के इस्तेमाल से भी किया जाता है। जी हां, हाथों और सांसों के इस्तेमाल से किया जाने वाला योग मुद्रा कहलाता है जिसके कई फायदे हैं। बता दें कि ये योग मुद्राएं पांच तत्वों से जुडी होती है। पंचतत्व अर्थात पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश जो कि हमारे शरीर में संतुलन बनाये रखती है।
विभिन्न मुद्राएं शरीर के ऊर्जा के प्रभाव को नियंत्रित करके हमारे शरीर में पंचतत्व को संतुलित रखती है और स्वस्थ बनाती है। इन पंचतत्व के संतुलित रहने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। इन मुद्राओं को करने से बालों से संबंधित समस्या दूर हो सकती है। इन मुद्राओं के जरिएं बालों में बेहतर ग्रोथ पा सकते हैं।
योग में मुद्राओं को आसनों से भी बढ़कर माना गया है। मुद्राओ को करने से शारीरिक और मानसिक शक्तियों का विकास होता है और यह हर तरह से लाभदायक होती है। तो जानिए कुछ मुद्राओं के बारे में जिससे आपके बालों कि समस्या दूर हो सकती है-
1-पृथ्वी मुद्रा करने की स्टेप्स- पहले पद्मासन या फिर सुखासन में बैठ जाए अब अपने दोनों हाथों को सीधा रखते हुए अपने घुटनों पर रखे। अब अपनी तर्जनी उंगलि को मोड़ कर अपने अंगूठे के ऊपरी भाग को हल्का दबाये। 10 से 15 मिनट के लिए इस मुद्रा में रहे। मुद्रा में रहने के दौरान धीरे धीरे साँस लेते रहे। मन से सभी प्रकार के विचार निकाल दे और सिर्फ ॐ पर अपना ध्यान केंद्रित करे।
2-प्राण मुद्रा करने की स्टेप्स- सूखासन में बैठ जाए। अब अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखे। आप अपने दोनों हाथों की छोटी ऊँगली या चींटी ऊँगली और अपनी अनामिका ऊँगली दोनों से अपने अंगूठे के ऊपरी भाग को छुए । इस मुद्रा को 48 मिनट तक के लिए करे। और अपना पूरा ध्यान अपनी साँसो पर केंद्रित करे। साँस समान्य तरह से ले।
3-वायु शामक मुद्रा करने की स्टेप्स- अपने मैट पर पद्मासन या फिर सिद्धासन में बैठ जाये। अब अपने दोनों हाथों को घुटनो पर रखे। अब अपने दोनों हाथों की तर्जनी उंगलियों को मोड़ कर अंगूठे की जड़ से स्पर्श करे। बाकि उंगलियों को सीधा रखे। अपनी साँस पर ध्यान केंद्रित करते हुए साँस सामान्य तरीके से ले। इस मुद्रा को कम से कम 10 से 8 मिनट तक करे।
4-प्रसन्ना मुद्रा करने के लिए स्टेप्स- पहले पद्मासन में बैठ जाये। अब अपने दोनों हाथों की उंगलियों को मोड़ ले और आपस में उंगलियों के नाखुनो को ऊपर निचे धीरे धीरे रगड़े । इस मुद्रा को रोज़ 5 से 10 मिनट तक करे। और साँस समान्य तरीके से लेते रहे।
5-कफानाशक मुद्रा करने के लिए स्टेप्स- इस मुद्रा को किडनी मुद्रा और पित्तकारक मुद्रा भी कहा जाता है। इसे करने के लिए पहले पद्मासन में बैठ जाये। अब अपने दोनों हाथों की अनामिका ऊँगली को मोड़े और अंगूठे की जड़ को स्पर्श करे। बाकी सब उंगलियों को सीधा रखे। इस मुद्रा को कम से कम 8 मिनट तक के लिए करे। साँस सामान्य तरीके से ले।