
यूपी एसटीएफ ने बड़ी साजिश नाकाम करते हुए पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर शिकंजा कसा है। दरअसल, यूपी एसटीएफ की गोरखपुर व लखनऊ की संयुक्त टीम ने संगठन के ट्रेनिंग कमांडर मोहम्मद राशिद को रविवार कोतवाली क्षेत्र के मूड़घाट के पास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के मुताबिक, मोहम्मद राशिद पीएफआई संगठन के सक्रिय सदस्यों को महाराष्ट्र में विशेष तौर पर ट्रेनिंग देने का काम करता था।

एसटीएफ के मुताबिक, राशिद पीएफआई के सक्रिय सदस्यों को मोटिवेट करके उन्हें विभिन्न शारीरिक और अस्त्र-शस्त्र के इस्तेमाल के लिए तैयार करता था। उसके कब्जे से देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने जैसे दस्तावेज, सीडी के अलावा दो आधार कार्ड, मोबाइल, पैन कार्ड बरामद किए गए। उर्दू भाषा में लिखा एक छोटा पन्ना भी मिला है। एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ की सूचना पर कार्रवाई की गई। एसटीएफ गोरखपुर के उप निरीक्षक सूरजनाथ सिंह की तहरीर पर आरोपी मोहम्मद राशिद पर आईपीसी की धारा 121 ए, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, राशिद अपने गैंग लीडर सईद चौधरी के इशारे पर काम करता था।
एसटीफ के हत्थे चढ़ा राशिद मुंबई में पीओपी (प्लास्टर आफ पेरिस) का काम करता था, मगर उसका असली काम पीएफआई संगठन के सक्रिय सदस्यों का महाराष्ट्र में ब्रेन वाश करके उन्हें दंगा-फसाद करने के लिए विभिन्न प्रकार से प्रशिक्षित करना था। पिछले दिनों उसके सिद्धार्थनगर स्थित अपने घर आने की सूचना मिली थी। पता लगा कि वह 13 मार्च की देर रात मुंबई जाने के लिए किसी साधन से लखनऊ रवाना होने की तैयारी में है।
यह सूचना एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ से साझा की गई थी। लखनऊ एसटीएफ से एसआई सत्येंद्र विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल नीरज पांडेय, कमांडो विजय वर्मा के साथ बस्ती आ गए। इधर एसटीएफ गोरखपुर के एसआई सूरजनाथ सिंह भी बस्ती पहुंच गए। शनिवार और रविवार की रात करीब दो बजे मूड़घाट चौराहे पर लखनऊ जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे मोहम्मद राशिद को गिरफ्तार कर लिया गया।