चमोली जिले में रविवार को बर्फ का पहाड टूटने से आयी आपदा के दूसरे दिन भी रेस्क्यू आपरेशन पूरे दिनभर जारी रहा। यहां पर नन्दा देवी पर्वत के समीप टूटे ग्लेशियर से तपोवन और रैणी में बनी जल विद्युत परियोजना पूरी तरह से बह गई थी। जिसमें जानमाल सहित परिसंपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। वही नीति वैली के 13 गांव से सडक संपर्क टूटा है।
आपदा मे सडक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा हैलीकॉप्टर के माध्यम से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचायी जा रही है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नही हो जाता तब तक हैली से यहां पर रसद पहुंचाने का काम जारी रहेगा और जल्द से जल्द क्षेत्र के लोगो की परेशानियां दूर करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। गांव मे फसे लोगो को राशन किट के साथ 5 किलो चावल, 5 आटा, चीनी, दाल, तेल, नमक, मसाले आदि राहत सामग्री हैली से गांव गांव तक भेजी जा रही है। वही जिला प्रशासन ने नीति वैली के विभिन्न गांवो मे फंसे 55 से अधिक लोगो को हैली से रेस्कयू किया गया। साथ ही वैली के गांवों मे मेडिकल टीम भी भेजी गयी है।
आपदा प्रभावित क्षेत्र के साथ ही अलकनन्दा नदी तटों पर जिला प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं।
जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार 19 लोगो के शव बरामद हुए है और 25 लोगो को सकुशल जिन्दा रेस्क्यू किया गया। जबकि अन्य लोग लापता चल रहे है।
सोमवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन का दौरा कर क्षति का जायजा लिया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि तपोवन टनल में फंसे लोगो को रेस्कयू करना हमारी प्राथमिकता है। कहा कि जो एरिया, गांव, क्षेत्र कट गए है उनको फिर से जोडने के लिए भी युद्ध स्तर पर काम होगा।
वही केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी क्षति का जायजा लिया।
गढवाल सांसद तीरथ सिंह रावत, जनपद प्रभारी मंत्री डा धन सिह रावत, विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट, विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर बिष्ट ने भी तपोवन एवं रैणी मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया। इस दौरान गढवाल सांसद एवं प्रभारी मंत्री ने प्रभावित परिवारों के परिजनों से मिले और उनको ढांढस बधाते हुए हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिलाया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन यहां पर बडे अच्छे समन्वय के साथ पुलिस, आईटीबीपी, आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ सभी के सहयोग से युद्ध स्तर पर रातदिन रेस्कयू मे जुटा है और जिन्दगियो को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है।