
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना चौथा बजट पेश किया। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट है। पहली बार यूपी में पांच लाख करोड़ का बजट है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ 72 लाख का बजट पेश किया। सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है। बजट में 10 हजार 967 करोड़ 87 लाख की नई योजनाएं शामिल की गई हैं। इस बजट में राजकोषीय घाटे को तीन फीसदी से कम किया गया है। अपने बजट पेश करते हुए सुरेश खन्ना ने नई योजनाओं की जानकारी दी तो योगी सरकार के पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को भी गिनाया। उन्होंने अपनी सरकार की प्राथमिकताओं का भी जिक्र करते हुए यह पंक्तियां पढ़ीं, ‘गैर परों से उड़ सकते हैं, हद से हद की दीवारों तक, अंबर तक तो वही उडे़ंगे, जिनके अपने पर होंगे।’ वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 2017-18 का बजट किसानों को समर्पित था। 2018-19 का बजट औद्योगिक विकास व 2019-20 महिला सशक्तीकरण करने वाला था। 2020-21 का बजट युवाओं की शिक्षा, संवर्धन और रोजगार को समर्पित है। 2020 के बजट में युवाओं पर फोकस किया गया है। इस बजट में 10967 करोड़ रुपये की नई योजनाओं को मंजूरी दी गई है। सरकार को जीएसटी और वैट से 91568 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। आबकारी से 37500, स्टांप एवं पंजीयन से 23197 और वाहन कर से 8650 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का लक्ष्य रखा गया है। योगी सरकार ने आगरा मेट्रो को 286 करोड़ रुपये, गोरखपुर व अन्य शहरों के मेट्रो परियोजनाओं के लिए 200 करोड़ रुपये व कानपुर मेट्रो को 358 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। पुलिस बल आधुनिकरण योजना के लिए 122 करोड़ रखे गये हैं। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निर्माण के लिए 60 करोड़ की व्यवस्था की गई है। शहीद अथवा घायल हुए पुलिस व अग्निशमन सेवा के कर्मचारियों के परिवार को अनुग्रह भुगतान के लिए 27 करोड़, उत्तर प्रदेश पुलिस फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 20 करोड़ का बजट रखा गया है। पुलिस विभाग के अना आवासीय भवनों के निर्माण हेतु 650 करोड़ तथा आवासीय भवनों के निर्माण के लिए 600 करोड़ की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण मार्गों के निर्माण और चौड़ीकरण के लिए 2305 करोड़ और राज्य सड़क निधि के लिए 1 हज़ार करोड़ रुपये तथा सेव सिटी लखनऊ योजना के लिए 97 करोड़ की व्यवस्था बजट में है। अटल आवासीय विद्यालय के लिए 270 करोड़ रुपये, दिल्ली से मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिटसम के लिए 900 करोड़ रुपये, गोरखपुर और अन्य शहरों के मेट्रो के लिए 200 करोड़ रुपये, आगरा मेट्रो रेल परियोजना के लिए 286 करोड़ रुपये दिए गए हैं। लखनऊ में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये, मुख्यमंत्री शिक्षता प्रोत्साहन योजना के लिए 100 करोड़ रुपये दिये गये हैं, जिसके तहत युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान 2500 का स्टाइपेंड दिया जायेगा। गंगा एक्सप्रेस वे के लिए 2000 करोड़ रुपये, जेवर एयरपोर्ट को 2000 करोड़ रुपये तथा अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है। बजट को शानदार बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी का 2020 बजट प्रधानमंत्री मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी में उत्तर प्रदेश की भूमिका तय करने वाला है। यह बजट सभी वर्गों के उत्थान को ध्यान में रखते हुए लाया गया है। यह यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का यह बजट प्रदेश के सम्पूर्ण विकास के लिए है। इस बजट में उच्च शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया है। कई नये विश्वविद्यालय खोलने के लिए इस बजट में प्रोविधान किया गया है। लखनऊ में फोरेंसिक विश्वविद्यालय बनाने के लिए भी बजट में पैसा दिया गया है। हमारी सरकार का यह चौथा बजट युवाओं को ध्यान में रखते हुए लाया गया है।